हमारी वफ़ा के काबिल नहीं हो तुम.
मोहब्बत मिले ऐसे इन्सान नहीं हो तुम.
दिल क्या तुम पर एतबार करेगा,
मोहब्बत में धोखा दिए ऐसे बेवफा हो तुम.
उन्हें एहसास हुआ है इश्क़ का हमें रुलाने के बाद,
अब हम पर प्यार आया है दूर चले जाने के बाद,
क्या बताएं किस कदर बेवफ़ा है यह दुनिया,
यहाँ लोग भूल जाते हैं किसी को दफनाने के बाद।
मैंने प्यार किया बड़े होश के साथ!
मैंने प्यार किया बड़े जोश के साथ!
पर हम अब प्यार करेंगे बड़ी सोच के साथ!
क्योंकि कल उसे देखा मैंने किसी और के साथ!
प्यार का एहसास तुझे दिला ना सका,
मोहब्बत का फूल मै खिला ना सका,
लेकिन तुमने भी मेरे प्यार में बेवफाई की,
पर आज भी तुझे मै भुला ना सका।
ना ही पूछ मेरे सब्र की इन्तहा कहाँ तक है.
तू सितम कर ले तेरी हसरत जहाँ तक है.
वफ़ा की उम्मीद जिन्हें होगी उन्हें होगी.
हमें तो देखना है तू बेवफा कहाँ तक है.
दिया है जो इलज़ाम तूने बेवफ़ा सनम,
मेरी साफ़ मुहब्बत पर,
लगाये बैठे हैं इसे अपने सीने से हम,
प्यार की निशानी समझकर।
दिल से रोया अपने पर अपने होंठों से मुस्कुरा बैठा,
यूँही मैं किसी गैर से वफ़ा निभा बैठा,
वो मुझे एक लम्हा भी ना दे पाए अपने प्यार का,
और मैं उस बेवफ़ा के लिए अपनी ज़िन्दगी गँवा बैठा |
हमने वक़्त से बहुत वफ़ा की लेकिन,
वक़्त हमसे बेवफाई कर गया,
कुछ तो हमारे नसीब बुरे थे,
कुछ लोगों का हमसे जी भर गया.
जो मेरा था वो मेरा हो नहीं पाया,
आँखों में आंसू भरे थे पर मैं रो नहीं पाया,
इतना रोया मेरी मौत पे मुझे जगाने के लिए,
मे मरता ही क्यूं अगर वो रो देता मुझे पाने के लिए...!
बेवफ़ाई से ज्यादा क्या चीज होगी,
ग़म-ए-हालत जुदाई से बढ़कर क्या होगी,
जिसे देनी हो सज़ा उम्र भर के लिए,
सज़ा तन्हाई से बढ़कर और क्या होगी।
कतरा कतरा आग बन के जला रही है यादे तेरी!!
बरस के इश्क तू भी दिल की लगी बुझा.
कैसे मिलेंगे हमें चाहने वाले बताइये,
दुनिया खड़ी है राह में दीवार की तरह,
वो बेवफ़ाई करके भी शर्मिंदा ना हुए,
सजाएं मिली हमें गुनहगार की तरह।
अगर इस दुनिया में जीने की चाहत ना होती तो.
खुदा ने मोहब्बत बनायीं ना होती.
इस तरह लोग मरने की आरजू ना करते.
अगर मोहब्बत में किसी की बेवफाई ना होती.
बेवफा से दिल लगा लिया नादान थे हम,
गलती हमसे हुई क्योंकि इंसान थे हम,
आज जिन्हें नज़रें मिलाने में तकलीफ होती है,
कुछ समय पहले उनकी जान थे हम।
तू बेवफा है तेरी बेवफ़ाई में दिल बेकरार ही ना करूँ,
तू हुक्म दे तो तेरा इंतेज़ार ही ना करूँ, तू बेवफा है,
तो कुछ इस कदर बेवफ़ाई कर,
के तेरे बाद मैं किसी और से प्यार ही ना करूँ.
दिल दुखाने का काम छोड़ दो,
मेरे नाम कोई तो पैगाम छोड़ दो,
वफ़ा कर नहीं सकते तो ना ही सही,
लेना महफिल में मेरा नाम छोड़ दो!
मैं भी प्यार किया था.
राहों में इंतजार किया था.
क्या पता वो भूल जायेंगे मुझे ही.
कुसूर उनका नहीं मेरा ही था.
जो उस बेवफा से इतना प्यार किया था.
उसने नफ़रत से जो देखा है तो याद आया,
कितने रिश्ते उसकी ख़ातिर यूँ ही तोड़ आया हूँ,
कितने धुंधले हैं ये चेहरे जिन्हें अपनाया है,
कितनी उजली थी वो आँखें जिन्हें छोड़ आया हूँ।
मोहब्बत में बेवफाई मिले तो गम ना करना.
अपनी आँखे किसी के लिए नम ना करना.
वो चाहे लाख नफ़रत करे पर.
तुम अपना प्यार कभी कम ना करना.
बेवफ़ा से कभी प्यार नहीं होता,
मरने के बाद इंतज़ार नहीं होता,
दोस्ती देख कर करना मेरे दोस्त,
हर दोस्त वफ़ादार नहीं होता।..!