गुलाब काटों में भी मुस्कुराता हैं |
तुम भी प्रतिकूलता में मुस्कुराओ,
तो लोग तुमसे गुलाब की तरह प्रेम करेंगे |
याद रखना जिन्दा आदमी ही मुस्कुराएगा,
मुर्दा कभी नहीं मुस्कुराता
और कुत्ता चाहे तो भी मुस्कुरा नहीं सकता,
हसना तो सिर्फ मनुष्य के भाग्य में ही हैं |
इसलिए जीवन में सुख आये तो हस लेना,
लेकिन दुख आये तो हसी में उड़ा देना