तेरे नाम को अपने होंठो पे सजाऊँ में,
तेरी रूह को अपने दिल में बसाऊँ में,
दुनिया तुम्हे ढूंढ़ते ढूंढ़ते हो जाएगी पागल
इस साल दिल के ऐसे कोने में छुपाऊं मैं...!
अदा लबों से दिल की बात हो जाने दो,
नये साल पर कबूल दिल की इबादत हो जाने दो,
तनहा चल रहे हो दश्त ए जीस्त में,
दो पल मुझको जरा साथ हो जाने दो !
तुमसे ही शुरू हो मेरी हर सुबह,
तुम पर ही खत्म हो मेरी हर शाम,
तुझसे मेरा कुछ ऐसा रिश्ता बन जाये,
के मेरी हर सांस पर हो सिर्फ तेरा नाम।
मैंने कहा जान है तू मेरी,
मैंने कहा ज़िन्दगी है तू मेरी,
कभी मुझसे जुदा होने की सोचना भी मत,
क्योंकि पहचान है तू मेरी।
तेरी ही खुसबू मेरी सांसों में है,
तेरी ही तस्वीर मेरी आँखों में है,
तेरे लिए ही दिल अब धड़कना चाहे,
तेरी धड़कन की आवाज मेरी सांसों में है.
सिर्फ जुबां से किया हुआ ही वादा नहीं होता
बार-बार इजहार से प्यार ज्यादा नहीं होता
मुझे जानना है तो मेरी रूह में समा जाओ
सिर्फ कनारे से समंदर का अंदाजा नहीं होता.
न-जाने कब वो खूबसूरत रात होगी,
जब उनकी निगाहें हमारी निगाहों के साथ होंगी,
बैठे हैं हम उस रात के इंतज़ार में,
जब उनके होंठों की सुर्खियां हमारे होंठों के साथ होंगी।
आखों की गहराई में तेरी खो जाना चाहता हूँ ,
आज तुझे बाँहों में लेकर सो जाना चाहता हूँ ,
तोड़ कर हदे मैं आज सारी अपना तुझे बना लेना चाहता हु.
आँखों की चमक पलकों की शान हो तुम
चेहरे की हँसी लबों की मुस्कान हो तुम
धड़कता है दिल बस तुम्हारी आरज़ू में
फिर कैसे ना कहूँ कि मेरी जान हो तुम |
हम तेरे ख्वाबो के बिना कभी सो नही सकते,
बिना तेरी याद के कभी खो नही सकते,
तू तो मेरी दिल की धड़कन है साँसे है,
और धड़कन और साँसे मुझसे जुदा हो नही सकते।
तेरे आंखो का प्यारा सा काजल बन जाऊ,
जी करता है कभी कभी बादल बन जाऊ,
देखू ना तेरी सूरत तो चैन नहीं आ पता है,
तमन्ना है तुझकों देखते देखते पागल बन जाऊ..!
तू साथ हो तो सब अपनों से लगते है,
चांद तारे शायद तेरी रोशनी से जलते है,
तू साथ हो तो मेरा हौसला बना रहता है,
तू साथ ना हो तो सभी पल बुरे सपने से लगते है।
अपने सपनों की दुनिया में हम खोते चले गए हैं
ना जाने क्यों ऐसे मदहोश होते चले गए
जाने क्या बात थी आपके चेहरे में
ना चाहते हुए भी आपके होते चले गए...!
धड़कने मेरी धड़कती हैं,
साँसे उनमे आ जाती हैं,
कभी ख़ुश अगर जो हो जाऊँ मैं,
चेहरे पर मुस्कराहट उनके आ जाती हैं..!
मैं ख्वाहिश की बंदिश में नहीं बंधा,
ना मेरी कोई चाहत ज़्यादा है,
जीने के लिए मुझे बस तेरी ज़रूरत,
खुद की ज़िन्दगी से भी ज़्यादा है..!
जो तेरे गुलाबी लब मेरे लबों को छू जायें,
मेरी रूह का मिलन तेरी रूह से हो जाये,
ज़माने की साज़िशों से बेपरवाह हो जायें,
मेरे ख्वाब कुछ देर तेरी बाहों में सो जायें,
मिटा कर फ़ासले हम प्यार में खो जायें,
आ कुछ पल के लिये एक-दूजे के हो जायें।
दिल में छिपी यादों से मैं सवारूँ तुझे,
तू दिखे तो अपनी आँखों मै उतारू तुझे,
तेरे नाम को अपने लबों पर ऐसे सजाऊ,
गर सो भी जाऊ तो ख्वाबो में पुकारू तुझे..!
ज़िक्र करता है दिल सुबह शाम तेरा,
गिरते हैं आँसू बनता है नाम तेरा,
किसी और को क्यों देखे ये आँखें,
जब दिल पे लिखा सिर्फ नाम तेरा।
अब ना बातो की जरुरत हैं, निगाहो से अब सारी बात कीजिये,
बड़ा उजाला हैं आपके नूर से, जुल्फे खोल के अब रात कीजिये,
बड़ी मुद्दत से इंतजार में हूँ, आपके सिरहाने नींद के लिए,
अपनी बाहों का सहारा दे के. मुझे ये हसीन खवाब दीजिये.
अपने प्यारे से दिल में आशियाना बनाने दे,
मुझे अपनी ज़ुल्फों के साए में सो जाने दे,
साँसों की खुशबू मेरी साँसों में समाने दे,
तेरे दिल को मेरे दिल के राज बताने दे।