आओ अपनी बाहों में समेट लूँ तुम्हे,
कि दिल-ए-बेताब को और कुछ भी अच्छा लगता नहीं,
छुपा लूँ मैं अपनी साँसों में तुम्हे,
अगर कोई पूछे तो कह देना जान हो मेरी.
तुम खुद नहीं जानते कि तुम कितने प्यारे हो,
जान हो मेरी लेकिन जान से प्यारे हो,
दूरियों के होने से कोई फरक नहीं पड़ता,
तुम कल भी हमारे थे और आज भी हमारे हो !!
अपने हर पल में बसाया है तुम्हे,
अपने हर लम्हे में सजाया है तुम्हे,
ज़िन्दगी में तुम्हारे सिवा मेरा कोई नहीं,
ज़िन्दगी से बढ़कर हमने चाहा है तुम्हे।
सवान बिता है बरसात अधूरी है,
बिना तेरे मेरी हर बात अधूरी है,
नींद आएगी कैसे तुझसे दूर रेह के,
तेरे बिना ये चाँदनी रात भी अधूरी है..!
मैं कुछ लम्हा और तेरा साथ चाहता हूँ,
आँखों में जो जम गयी वो बरसात चाहता हूँ,
सुना हैं मुझे बहुत चाहती है वो मगर,
मैं उसकी जुबां से एक बार इज़हार चाहता हूँ।
तुम्हारी ये बेरूख़ी सी नज़रें,
मुझे बहुत सताती हैं,
सोचता तो हूँ कि तुमसे दूर चला जाऊं,
लेकिन ये मुझे और भी तुम्हारे करीब ले आती हैं !!
अगर सुननी हो मेरी धड़कनों की आवाज,
तो रख लो सीने पर मेरे सिर अपना,
वादा करता हूँ कि तमाम उम्र तुम्हारी रूह में,
गूंजेगा इश्क़ मेरा..!
काटे नहीं कटते लम्हे इंतज़ार के,
नजरें बिछाए बैठे हैं रस्ते पे यार के,
दिल ने कहा देखे जो जलवे हुस्न-ए-यार के,
लाया है उन्हें कौन फलक से उतार के।
प्यार उससे इस क़दर करता चला जाऊं,
वो ज़ख़्म दे और मैं भरता चला जाऊं,
उसकी जिद है की वो मुझे मार ही डाले,
तो मेरी भी जिद है की उसपे मरता चला जाऊं...!!!
ना मेरी कोई मंज़िल है, ना कोई किनारा,
तन्हाई मेरी मेहफिल और यादे मेरा सहारा,
तुमसे बिछड़ के, कुछ यू वक़्त गुज़ारा,
कभी ज़िंदगी को तरसे, कभी मौत को पुकारा |
हसरत है दिल में बस तुझे पाने की,
कोई और चाहत नहीं है इस दीवाने की,
ग़िला मुझे तुझसे नहीं ख़ुदा से है,
क्या जरूरत थी उसे तुझे इतना हसीं बनाने की!!
अजीब है ये मौसम कि हमेशा ये मेरे क़दमों तले ये फूल रखता है,
इश्क़ में इश्क़ का ख़ुदा साथ चलता है।
जब भी मैं बंद करूँ अपनी आँखें, देख लेना इनपर रख कर अपने लबों को,
तब तुम्हे यकीं आ जायेगा कि इन पलकों तले भी मेरा दिल धड़कता है।
बर्बाद कर गए वो ज़िंदगी प्यार के नाम से,
बेवफाई ही मिली हमें सिर्फ वफ़ा के नाम से,
ज़ख़्म ही ज़ख़्म दिए उस ने दवा के नाम से,
आसमान रो पड़ा मेरी मोहब्बत के अंजाम से।
ये लकीरें ये नसीब ये किस्मत,
सब फ़रेब के आईनें हैं,
हाथों में तेरा हाथ होने से ही,
मुकम्मल ज़िंदगी के मायने हैं।
कभी रूठ ना जाना मुझे मनाना नहीं आता
कभी दूर ना जाना मुझे पास बुलाना नहीं आता
अगर तुम भूल जाओ तो वो तुम्हारी मर्जी
हमें तो भूल जाना भी नहीं आता |
ऐ काश कोई खुशियों की दुकान होती,
और मुझे उसकी पहचान होती,
खरीद लेता आपके लिए हर एक ख़ुशी,
चाहे उसकी कीमत मेरी जान होती।
बेवकूफ़ होते है वो लोग,
जो किताब मे चेहरे डाल के पढ़ा करते है,
हम तो उनमे से है जो चेहरे को देख के,
किताब लिख दिया करते है |
जनम जनम जो साथ निभाये,
तुम ऐसा बन्धन बन जाओ,
मैं बन जाऊँ प्यार भरा दिल,
तुम दिल की धड़कन बन जाओ।
बस तुम ही तुम हो अब तो मेरी निगाहों में,
हमने तो निगाहें बिछा रखी हैं तेरी राहों में,
जिंदगी भर की बेकरारी को करार आ जाये,
अगर समेत लूँ कभी तुझे अपनी बाँहों में।
तन्हाइयों में मुस्कुराना इश्क़ है,
एक बात को सब से छुपाना इश्क़ है,
यूँ तो नींद नहीं आती हमें रात भर,
मगर सोते-सोते जागना और,
जागते-जागते सोना ही इश्क़ है।