दिल टूटा तो एक आवाज आई,
चीर के देखा तो कुछ चीज निकल आई,
सोचा क्या होगा इस खली दिल में,
लहू से धो कर देखा, तो तेरी तस्वीर निकल आई.!
ये क्या है, जो आँखों से रिसता है,
कुछ है भीतर, जो यूँ ही दुखता है,
कह सकता हूं, पर कहता भी नहीं,
कुछ है घायल, जो यहाँ सिसकता है।
दिल टूटने पर नहीं होता है आवाज.
आसू के बहने का नहीं होता है कोई अंदाज.
गम का कभी भी हो सकता है.
आगाज और दर्द होने का तो होता है सिर्फ एहसास.
धीरे धीरे से अब तेरे प्यार का दर्द कम हुआ,
ना तेरे आने के खुशी ना तेरे जाने का गम हुआ,
जब लोग मुझसे पूछते हैं हमारे प्यार की दास्तान,
कह देता हूँ एक फसाना था जो अब खत्म हुआ।
जान से ज्यादा प्यार उन्हें किया करते थे;
याद उन्हें दिन रात किया करते थे;
अब उन राहों से गुज़रा नहीं जाता;
जहाँ बैठकर उनका इंतजार किया करते थे।
तीर दर्द का सा लगता है सीने में मेरे,
जब कांपता देख भी तुम मुस्कुरा देते हो,
लोग तो मुर्दे को भी सीने से लगा कर प्यार करते हैं,
फिर क्यों मेरे करीब आकर तुम हर बार ज़ख्म नया देते हो.
वो जिसे समझते थे ज़िन्दगी,
मेरी धड़कनों का फरेब था;
मुझे मुस्कुराना सिखा के,
वो मेरी रूह तक रुला गए।
हक़ीक़त जान लो जुदा होने से पहले,
मेरी सुन लो अपनी सुनाने से पहले;
ये सोच लेना भुलाने से पहले,
बहुत रोयी हैं ये आँखें मुस्कुराने से पहले।
Khubsoorat Hai Zindagi Khwaab Ki Tarah,
Jaane Kab Toot Jaye Kaanch Ki Tarah,
Kisi Modh Pe Mulakat Ho Gai Hamari,
To Aankhen Mat Modna Anjaano Ki Tarah.
मोहब्बत की नफ़ासत का बहाना भूल जाओगे,
हमारे ज़ख्म देखोगे निभाना भूल जाओगे,
हमें तो दर्द माफिक है मौसम-ए-हिज्र में हमदम,
इसे तुम जी के देखोगे ज़माना भूल जाओगे।