ये भी शायद ज़िंदगी की इक अदा है दोस्तो
जिस को साथी मिल गया वो और तन्हा हो गया!.
जो इंसान आपसे ज्यादा प्यार करेगा,
वो आपसे रोज़ लड़ेगा,
लेकिन जब आपका १ आँसू गिरेगा,
तो उसे रोकने के लिए वो पूरी दुनिया से लड़ेगा…!!!
रिश्तो की दुनिया में अक्सर ऐसा होता है,
दिल से इन्हें निभाने वाला ही रोता है,
झुकना पड़े तो झुक जाना अपनों के लिए,
क्योंकी हर रिश्ता एक नाज़ुक समझौता होता है...
अकसर शादी-शुदा लोगों
को दूसरों के पति-पत्नी परफेक्ट लगते
हैं, पर रहना तो आपको उसी के साथ
है जो आपके पास है। इसलिए जो ईश्वर
ने आपको दिया है उसमें खुश रहे।
शक से भी अक्सर खत्म हो जाते हैं कुछ रिश्ते
कसूर हर बार गलतियों का नहीं होता..
मेरे आसु कुछ नही तेरी हसी के आगे.
मेरा गम कुछ नही तेरी खुशी के आगे
तु कहे तो मर जाये हम मगर.
मेरी मौत भी कुछ नही तेरी जिंदगी के आगे !!.
जवाब तो हर बात का दिया जा सकता है मगर,
जो रिश्तों की अहमियत न समझ पाया वो शब्दों को क्या समझेंगे।।
एहसासों की नमी बेहद जरुरी है हर रिश्ते में,
रेत भी सूखी हो तो हाथों से फिसल जाती है।
पता नहीं मैं समझ नहीं पाती ,
या लोग समझना नहीं चाहते...
कितनी भी कोशिश करू,
रिश्ते बिखर ही जाते हैं...
एक से टूटा तो दूसरे से जोड़ लेते हैं आजकल
रिश्ते भी वाई फाई के नेटवर्क की तरह हैं...!!!
सभी रिश्ते गुलाबों की तरह ख़ुशबू नहीं देते…!
कुछ ऐसे भी तो होते हैं जो काँटे छोड़ जाते है…!!
रिश्ता हो तो रूह से रूह का हो,
दिल तो अक्सर एक दूसरे से भर जाया करते हैं!.
रिश्ते गर बंधे हो, “दिल” की डोरी से...
दूर नहीं होते, किसी भी मज़बूरी से…!
रिश्ते को हमेशा सम्भाल कर रखना होता है,
क्योंकि रिश्ता मौके का मोहताज़ नही होता है,
रिश्ता तो भरोसे का मोहताज़ होता है।.
कुछ लोग रिश्ते मतलब से बनाते है,
लेकिन उसमे लोग कुछ नही पाते है,
पर जो लोग रिश्ते दिल से बनाते है,
वो कुछ न पाकर भी सब कुछ पाते है।
मुझको फिर वही सुहाना नज़ारा मिल गया,
नज़रों को जो दीदार तुम्हारा मिल गया,
और किसी चीज़ की तमन्ना क्यूँ करू,
जब मुझे तेरी बाहों मे सहारा मिल गया..!
पहाड़ियों की तरह खामोश है
आज के संबंध और रिश्ते,
जब तक हम न पुकारे,
उधर से आवाज ही नहीं आती..!
किसी को प्यार इतना देना की हद न रहे,
पर ऐतबार भी इतना करना की शक न रहे,
वफ़ा इतना करना की बेवफाई न रहे,
और दुवा इतना करना की जुदाई न रहे!.
रिश्ते उन्ही से बनाओ जो निभानेकी औकात रखते हो,
बाकी हरेक दिल काबिल-ऐ-वफा नही होता।
कोई भी रिश्ता अधूरा नहीं होता,
बस निभाने की चाहत दोनों तरफ होनी चाहिए।
रिश्ता क्या है ये जानने से अच्छा है,
इसमें कितना अपनापन है ये महसूस कीजिए.!