खुशियां नसीब हों और जन्नत करीब हो,
तू चाहे जिसे वो तेरे हमेशा करीब हो,
कुछ इस तरह हो करम अल्लाह का तुझ पर,
मक्का और मदीना की तुझे जियारत नसीब हो।
रमजान मुबारक!
किसी का ईमान कभी रोशन न होता,
आगोश में मुसलमान के अगर कुरान न होता,
दुनिया न समझ पाती कभी भूख और प्यास की कीमत,
अगर 12 महीनों मे 1 रमजान न होता।
बरकतों का मौसम है खुदा से कर लो दुआएं,
होगा जरूर वो परवरदिगार भी आप पर मेहरबान,
मंजूर हो आपकी हर अर्ज, उस दाता के दरबार में
और हो मुबारक आपके लिए ये रमजान!
द का त्योंहार आया है,
खुशियां अपने साथ लाया है,
खुदा ने दुनिया को क्या खूब महकाया है,
देखों फिर से ईद का त्योंहार आया है
Happy Ramadan.
चांद से रोशन हो रमजान तुम्हारा
इबादत से भरा हो रोजा तुम्हारा
हर रोरा और नमाज़ कबूल हो तुम्हारी
यही अल्लाह से है दुआ हमारी
Happy Ramadan.
रमजान का चांद देखा,
रोजे की दुआ मांगी,
रोशन सितारा देखा,
आप की खैरियत की दुआ मांगी,
रामादान मुबारक!.
सदा हंसते रहो जैसे हंसते हैं फूल,
दुनिया की सारे गम तुम्हें जाएं भूल,
चारों तरफ फैले खुशियों का गीत,
ऐसी उम्मीद का साथ यार तुम्हे…
रमजान आया है, रमजान आया है
रहमतों का बरकतों का महीना आया है
लूट लो नेकियां जितना लूट सकते हो
पूरे एक साल में ये ऑफर का महीना आया है
Happy Ramadan
रमजान की आमद है,
रहमतें बरसाने वाला महीना है,
आओ आज सब खताओं की माफी मांग लें,
दर-इ-तौरबा खुला है इस महीने में।
खुशिया नसीब हो जन्नत करीब हो
तू चाहे जिसे वो तेरे करीब हो
कुछ इस तरह हो करम अल्लाह का
मक्का और मदीना की तुझे ज़ियारत नसीब हो
Happy Ramadan!.
गुल ने गुलशन से गुलफाम भेजा है,
सितारों ने आसमान से सलाम भेजा है,
मुबारक हो आपको रमजान का महीना,
ये पैगाम हमनें सिर्फ आपको भेजा है।
चुपके से चांद की रोशनी छू जाए आपको
धीरे से ये हवा कुछ कह जाए आपको
दिल से जो चाहते हो मांग लो खुदा से
हम दुआ करते है मिल जाए वो आपको
Ramzan Mubarak.
हटा कर जुल्फें चेहरे से न छत पर शाम को जाना,
कहीं कोई ईद न कर ले अभी रमजान बाकी है।
वक्त तू परिंदे की तरह है उपहार बन जाएगा;
गया वक्त फिर कभी नहीं वापस आयेगा;
कर लो दिल भर के नेकियाँ रमदान मेरा;
रमदान तू मेहमान है चला जाएगा!
आसमान पे नया चांद है आया,
सारा आलम खुशी से जगमगाया,
हो रही है इफ्तार की तैयारी,
सज रही हैं दुआओं की सवारी,
पूरे हों आपके हर दिल के अरमान,
मुबारक हो आप सब को प्यारा रमजान।
खुशियां नसीब हो जन्नत नसीम हो,
तू चाहे जिसे वो तेरे करीब हो,
कुछ इस तरह हो करम अल्लाह का,
मक्का और मदीना की जियारत नसीब हो,
आप सभी को रमजान मुबारक!
मुबारक हो आपको खुदा की दी यह जिंदगी
खुशियों से भरी रहे आपको यह जिंदगी
गम का साया कभी आप पर न आए
दुआ है यह हमारी आप सदा यूं ही मुस्कुराएं
रमजान मुबारक!.
होठों पे न कभी कोई शिकवा चाहिए,
बस निगाह-ए-करम और दुआ चाहिए,
चांद तारों की तमन्ना नहीं मुझको,
आप रहें सलामत खुदा से यही खैरात चाहिए!
रमजान मुबारक..!
मज़ान लेकर आया है,
दुआओं की झोली में, सच के अल्फाज़,
दिल से अल्लाह को याद करो,
और पढ़ते रहो नमाज़,
रमज़ान मुबारक.
ये सुबह जितनी खूबसूरत है उतना ही खूबसूरत आपका हर एक पल हो,
जितनी भी खुशियां आपके पास आज हैं उससे भी ज्यादा वो आपके पास कल हों,
रमज़ान मुबारक!!.