ख़्वाबों में जीने की जब आदत पड़ जाती है,
हक़ीक़त की दुनिया तब बे-रंग नज़र आती है,
कोई इंतज़ार करता है मोहब्बत का,
तो किसी की मोहब्बत इंतज़ार बन जाती है।
तेरे बिना कैसे मेरी गुजरेंगी ये रातें,
तन्हाई का गम कैसे सहेंगी ये रातें,
बहुत लम्बी है ये घड़ियाँ इंतज़ार की,
करबट बदल-बदल कर काटेंगी ये रातें।
कभी सांस बनके तो कभी दिल बनके,
कभी ख्वाब बनके तो कभी धड़कन बनके,
बस मुझमें रहो तुम सदा प्यार बनके,
I miss you, sweetheart.
मुझको अब तुझ से मोहब्बत नहीं रही,
ऐ ज़िन्दगी तेरी भी अब मुझे जरुरत नहीं रही,
बुझ गए अब उसके वो इंतज़ार के दिए,
कहीं आस पास भी उसकी आहट नहीं रही।
मेरी पलके आंसुओं से भीग जाती है,
जब जब मुझे तेरी याद आती है,
यादों का आना जाना तो ठीक है,
मगर, तेरी याद सांसों पर असर कर जाती है.
नम आखों में आपकी तस्वीर न आ जाये,
सहमे लबों पर आपका नाम न आ जाये,
कमी महसूस करती हूँ आपकी हर वक़्त,
किसी पल आपको भी मेरी याद न आ जाये।।
दिल्लगी में दिल लगा बैठे,
सारा चैन-ओ-सुकून गंवा बैठे,
बहुत देख ली महफिलें इश्क की,
अब तन्हाइयों के आगोश में आ बैठे..!
और कितना लिखूं तेरी याद में,
कुछ दम नहीं मेरी फ़रियाद में,
मेरी रूह भी मुझसे ले गयी,
मैं, मैं ना रहा तेरे बाद में.
मुझे तेरे साथ ही जीना है चाहे तेरा हाथ पकड़ के,
या तन्हाई में तेरी यादों से जकड़ के,
मुझे तेरे साथ ही जीना है.
ज़माने से नहीं तो तन्हाई से डरता हूँ,
प्यार से नहीं तो रुसवाई से डरता हूँ,
मिलने की उमंग बहोत होती है दिल में,
लेकिन मिलने के बाद तेरी जुदाई से डरता हूँ.
तन्हा दिन, तन्हा रातें अकेलेपन में भी,
याद आती हैं सिर्फ तेरी बातें,
कोशिश कर लूं छुपाने की,
पर बाहर आ ही जाती हैं जज़्बातें.
तन्हाई मेरे दिल में समाती चली गयी,
किस्मत भी अपना खेल दिखती चली गयी,
महकती फिज़ा की खुशबू में जो देखा प्यार को,
बस याद उनकी आई और रुलाती चली गयी.
कुछ बीते हुए लम्हों से मुलाकात हुई,
कुछ टूटे हुए सपनो से बात हुई,
याद जो करने बैठे उन तमाम यादों को,
तो आपकी ही यादों से शुरुआत हुई.
हमें अब खो कर कहते हो मुझे तुम याद आते हो,
किसी का हो कर कहते हो मुझे तुम याद आते हो,
न पूछ उसकी बद-नसीबी का आलम क्या है,
के सब कुछ खो के कहते हो मुझे तुम याद आते हो।
आपकी याद दिल को बेकरार करती है,
नज़र तलाश आपको बार-बार करती है,
गिला नहीं जो हम हैं दूर आपसे,
हमारी तो जुदाई भी आपसे प्यार करती है।
आपकी याद सताए तो दिल क्या करे,
याद दिल से ना जाए तो दिल क्या करे,
सोचा था सपनों में मुलाकात होगी,
पर नींद ही ना आए, तो हम क्या करें.
हम तुम्हें पाकर खोना नहीं चाहते,
जुदाई में आपकी रोना नहीं चाहते,
तुम हमारे ही रहना हमेशा,
हम किसी और के होना नहीं चाहते।
खूबसूरत है ज़िन्दगी एक ख्वाब की तरह,
जाने कब टूट जाये कांच की तरह,
मुझे न भूलना किसी बात की तरह,
अपने दिल में ही रखना खूबसूरत याद की तरह.
तुम्हारी खुशी के लिए तुमसे दूर रह लेंगे,
तुम्हारी हंसी के लिए, हर गम सह लेंगे,
तुम्हे फिक्र हो ना हो, मगर मेरी दुआओं में,
मेरे होंठ, तेरा ही नाम लेंगे.
अपने दिल की सुन, अफवाहों से काम न ले,
मुझे याद रख, बेशक नाम न ले,
तेरा वेहम है की हम भूल गए तुझे,
मेरी कोई ऐसी सांस नहीं जो तेरा नाम न ले.