आज आया शुभ दिवस महान,
आओ मिल कर करें बापू जी का सम्मान,
करें प्रण हम कि सदा चलेंगे उनकी दिखाई राह पर,
हो विश्व में बन्धुत्व और सुख अनमोल,
चलो सदा ही गाँधी जी की करें जय-जय कार दिल खोल।
गाँधी जयंती की सभी देश वासियों को हार्दिक बधाई!
चलिए सुबह का पहला काम ये करें कि इस दिन के
लिए संकल्प करें कि- मैं दुनिया में किसी से डरूंगा। नहीं.
-मैं केवल भगवान से डरूं। मैं किसी के प्रति बुरा भाव ना रखूं।
मैं किसी के अन्याय के समक्ष झुकूं नहीं। मैं असत्य को सत्य से जीतुं।
और असत्य का विरोध करते हुए, मैं सभी कष्टों को सह सकूँ।
Happy Gandhi Jayanti.
देश के लिए किया सब कुछ त्याग जिसने
देशभक्ति के लिए छोड़ा विलास जिसने
पहन काठ की चप्पल आया इक महात्मा
जो बन गया इस भारत की आत्मा.
“आपकी मान्यताएं आपके विचार बन जाते हैं,
आपके विचार आपके शब्द बन जाते हैं,
आपके शब्द आपके कार्य बन जाते हैं,
आपके कार्य आपकी आदत बन जाते हैं,
आपकी आदतें आपके मूल्य बन जाते हैं,
आपके मूल्य आपकी नियति बन जाती है ।”
“अहिंसा का वो था पुजारी, सत्य की राह दिखाने वाला,
ईमान का पाठ जिसने पढ़ाया हमें, वो था बापू लाठी वाला ।
गाँधी जयंती की शुभ कामनायें!”
गलती अपनी तू मान ले
मन में प्रभु का तू नाम ले
पश्चाताप से ही तुम्हारा
जीवन है नि
“हैप्पी गांधी जयंती 2020”.
मन, वचन और कर्म में साम्य ही सच्चे सुख की कुंजी है।
संतोष प्रयास में है परिणाम में नहीं। पूर्ण प्रयास ही पूर्ण विजय है।
हैप्पी गांधी जयंती.
गाँधी तुम हो, युग-परिवर्तक, युग-संस्थापक,
तुम्हे युग-युग तक युग का नमस्कार,
नाम सदा रहेगा अम्र बापू तुम्हारा,
तुम तो हो सूरज की सन्तान बापू.
बापू के सपनों फिर से सजाना है।
देकर लहू का कतरा इस चमन को बचाना है।
बहुत गा लिया हमने आजादी के गानों को।
अब हमे भी देशभक्ति का फर्ज निभाना है।
गाँधी जयंती कि शुभकामनाएं।
देश के लिए जिसने विलास को ठुकराया था;
त्याग विदेशी धागे उसने, खुद ही खादी बनाया था;
पहनकर काठ की चप्पल जिसने, सत्याग्रह का राग सुनाया था;
वो महात्मा गाँधी कहलाया था।
आप सब को गाँधी जयंती की शुभ कामनायें!
कैसे मै सम्मान करु गाँधी वाली सीखो का,
मै तो कर्जदार हूँ भगत सिंह की चीखो का ।
वन्दे मातरम्
बापू महान, बापू महान,
ओ परम तपस्वी परम वीर;
ओ सुकृति शिरोमणि, ओ सुधीर,
कुर्बान हुए तुम, सुलभ हुआ सारी दुनिया को ज्ञान;
बापू तुम हो महान, जन्मदिवस पे हम आपको करें शत-शत प्रणाम।
कितने झूल गए फाँसी पे कितनो ने गोली खायी है
क्यों झूट बोलते हो साहेब की आज़ादी चरखे ने दिलाई है
ऐनक पहने लाठी पकडे
चलते थे वो शान से
दुबलेसे पतलेसे थे वो
चलते सीना तान के
कद था उनका छोटासा
और सरपट उनकी चाल रे
जालीम कापे थरथर थरथर
सुनकर उनका नाम रे
बंदे मे था दम वंदे मातरम
राष्ट्रपिता महात्मा मोहनदास करमचंद गांधी यांच्या
जयंतीदिनी त्यांच्या पवित्र स्मृतीस विनम्र अभिवादन
बापू बापू कहते थे, बुहत सुखी रहते थे;
जब से बापू कहलवाया, बुहत दुःख पाया!
बापू के जनम दिवस का हार्दिक अभिनन्दन!
राष्ट्रपिता तुम कहलाते हो,
सभी प्यार से कहते तुम्हें बापू;
तुमने हम सबको मार्ग दिखाया,
सत्य और अहिंसा का यह पाठ पढ़ाया;
हम सब तेरी संतानें हैं,
तुम हो हमारे प्यारे बापू।
राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी जी के जन्मदिवस की हार्दिक बधाई!
'अ' कहता - ऐसे थे बापू
'ब' कहता - ऐसे थे बापू
मुझसे पूछो मैं बतलाऊं
तुम सबको - कैसे थे बापू ?
संत्-फकिरो जैसे बापू
हिंसा के सागर में जैसे
हो कोई करूणा का टापू
ऐसे, हां थे, ऐसे बापू
ऋषियों-मुनियों जैसे बापू।
गाँधी जयंती की बधाई!
जिसकी सोच ने कर दिया कमाल,
बदल दिया जिसने देश का हाल,
जिसने पढ़ाया सत्य और अहिंसा का पाठ,
वो है हमारा बापू गाँधी महान।
भारत की धरती से नहीं मिट सकता नाम बापू का इस देश की मिटटी से, ह्रदय और हवा से जल और आकाश से भी आती है खुशबू इनके दर्शन और मार्गदर्शन है सबके लिए आकर्षण.
खाकी जिसकी पहचान है,
कर्म ही जिसकी शान है,
सत्य अहिंसा जिसकी जान है।
हिंदुस्तान ही जिसका ईमान है,