तेरे जाने के गम में रो कर रात गुजरती है,
आखिर क्यों तूने मुझे धोखा दिया,
तेरे बिना जिंदगी अब अधूरी सी लगती है,
किस लिए तूने मुझे अकेला छोड़ दिया।
तुझे पाने की कोशिश की बहुत मैने,
लेकिन शायद मेरी कोशिश में कमी रह गई,
वो कहते थे तुमको कभी दुख ना देंगे,
उनके नाम की मेरी आंखो में नमी रह गई।
टूटे हुए ग्लास में कभी जाम नहीं आता;
ऐ-दिल तोड़ने वाले सोच ज़रा;
टुटा हुआ दिल किसी के काम नहीं आता।
किसी की जिंदगी सिर्फ दो वजह से बदलती है,
एक कोई बहुत खास इंसान उसकी जिंदगी में आ जाये,
दूसरा कोई बहुत खास इंसान उसकी जिंदगी से चला जाये।
ना हम दिल में बस कर भुलाया करते है,
ना हंसकर हम रुलाया करते है,
कभी कभी मुझे महसूस तो करके देख लेना,
हम जैसे तो सिर्फ दिल से रिश्ता निभाया करते है.
साथ गुजरे पल भूल जाओ.
मिलने ना देगे हालात मुझे भूल जाओ.
मौसम बदल गया जमाना बदल गया.
हमसे दौबारा मुलाक़ात भूल जाओ.
बहुत खामोशी से गुजरी जा रही है जिन्दगी,
ना खुशियों की रौनक ना गमों का कोई शोर,
आहिस्ता ही सही पर कट जायेगा ये सफ़र,
ना आयेगा दिल में उसके सिवा कोई और।
बुझ गया है दिल बुझे चिरागों की तरह,
इस खंडहर मे अब कोई हलचल नहीं होती..!
तेरे मोहब्बत में सब कुछ लुटा बैठे,
हम ज़िंदगी भी अपनी गँवा बैठे,
अब जीने की तमन्ना भी नहीं बाकी,
सारे अरमान हम अपने दफना बैठे।
खुद को मुझे तू सौप दे एक बार.
प्यार मेरा तब तुझे समझ आएगा.
मुझसे दूर रह के मेरा प्यार कभी ना पायेगा.
खुद की हालत का मुझे एहसास नहीं होता,
आंखे तब बरसती हैं जब कोई पास नहीं होता,
दिल से चाहने वाले ही दिल तोड़ देते है,
बस इसी बात का विश्वास नहीं होता।
वह शायद इसीलिए रहते हैं दूर हमसे,
क्यूंकि उनको अपने हुस्न पर गुरुर होगा,
मगर याद रखना ऐ दिल तोड़ने वाले,
की तुमको इसका एहसास जरूर होगा।
याद रखना ही मोहब्बत में नहीं है सब कुछ,
भूल जाना भी बड़ी बात हुआ करती है।
मोहब्बत चार दिन कि थी तो शौक कितने दिन का होगा।
खेलने दो उन्हे जब तक जी न भर जाए उनका..!
तुम बहुत दिल नशीन थी,
पर जबसे किसी और की हो गयी हो,
तबसे ज़हर लगती हो.
काश यह जालिम जुदाई न होती,
ऐ खुदा तूने यह चीज़ बनायीं न होती! न,
हम उनसे मिलते न प्यार होता,
ज़िन्दगी जो अपनी थी वो परायी न होती..!
मेरी हर खता पे नाराज न होना,
अपनी प्यारी सी मुस्कान कभी न खोना,
सुकून मिलता है देख कर आपकी हंसी को,
मुझे मौत भी आ जाये तो भी न रोना।
प्यार से प्यारी कोई मजबूरी नहीं होती,
अपनों की कमी कभी पूरी नहीं होती,
दिल से जुदा होना अलग बात है पर,
नजरों से दूर होना कोई दूरी नहीं होती।
जाने क्या मुझसे यह ज़माना चाहता है,
मेरा दिल तोड़कर मुझे ही हसना चाहता है,
जाने क्या बात झलकती है मेरे चेहरे से,
हर शख्स मुझे आज़माना चाहता है।
हो सकता है हमने आपको कभी रुला दिया,
आपने तो दुनिया के कहने पे हमें भुला दिया,
हम तो वैसे भी अकेले थे इस दुनिया में,
क्या हुआ अगर आपने एहसास दिला दिया।
कौन कहता है नेचर और सिग्नेचर कभी नही बदलतें हैं,
अगर हाथ पर चोट लगे तो सिग्नेचर बदल जाता है,
और चोट अगर दिल पर हो तो नेचर बदल जाता है।