कोई मुझको अच्छी सी सजा दे जा,
चल ऐसा कर तू मुझे भुला जा,
जो तू हमे अपना प्यार न दे सके,
तो तू हमे मौत आ जाये ये दुआ दे जा।
उस रब की कायनात में रात न होती,
तो उनसे ख्वाबो में भी बात न होती,
हर बात की वजह ये दिल होता है,
ये दिल न होता तो कोई बात न होती।
जिंदगी के राज है तो राज रहने दो,
अगर हैं कोई एतराज तो रहने दो,
पर जब दिल करे हमें याद करने को,
तो उसे ये मत कहना के आज रहने दो |
चोट जो हमने दिल पे खाई है,
तो मेरी आँख भर आई है,
मत करना किसी से भी बेपनाह मोहब्बत,
अब तो मेरे दिल से यही सदा आई है।
तेरी हर ख़ुशी को अपना बना लूँ,
तेरे हर गम को अपना बना लूं,
हम बस चोरी करना नही जानते,
वरना तेरी आँखों से हर एक आंसू चुरा लूँ।
जो मुस्कुरा रहा है उसे दर्द ने पला होगा,
जो चल रहा है उसके पाव में छाला होगा,
बिना संघर्ष के इंसान चमक नहीं सकता,
जो जलेगा उसी दिए में उजाला होगा.
सोचता हूँ कि अपने सारे अरमान भेज दूँ,
दुआओं में अपनी तुम्हारा नाम भेज दूँ,
दिन खिला और दिल को तुम याद आये,
तो सोचा कि प्यारा सा सलाम भेज दूँ।
ज़िन्दगी नाराज हो गर हमसे तो मना लेंगे हम,
मिले जो गम गर वो भी सह लेंगे हम,
बस आप रहना हमेशा साथ हमारे तो,
निकलते हुए आँसुओं में भी मुस्कुरा लेंगे हम..!
कशिश हो शायरी की तुम, ग़ज़ल की जान लगती हो,
खुदा के नूर जैसी हो, नज़र की शान लगती हो,
तमन्ना हो मेरी हसरत, तुम्हीं जज़्बात हो मेरे,
रब ने जो किया मुझ पर, वही एहसान लगती हो।
हर बार हम पर इल्जाम लगा देते हो मुहब्बत का,
कभी खुद से भी पूंछा है इतनी खूबसूरत क्यों हो |
पहले हम तन्हा थे इस दुनिया की भीड़ में,
सोचा था की शायद कोई नही हमारी तकदीर में,
फिर एक दिन आप आये हमारी जिन्दगी में,
फिर हमने सोचा शायद आप ही थे हमारी हाथो की लकीर में।
जब भी तुझसे मुलाकातें होने लगतीं हैं,
एक अजब सी लहर सीने में दौड़ने लगती है,
यूँ तो हजारों हैं इस जमाने मे दिल लगाने के लिए,
फिर भी न जाने क्यूँ ये तेरे चहरे पर ठहरने लगतीं हैं।
किसी ने कहा आपकी आँखे बड़ी खूबसूरत हैं..!
मैने भी कह दिया…!
कि बारिश के बाद,
अक्सर मौसम सुहाना हो जाता है |
खुदा करे कोई तन्हाई उनसे होकर न गुज़रे,
ज़िन्दगी में कोई भी गम उनको छूकर न गुज़रे,
तुम जो चाहो उन सभी खुशियों की हकदार बनों,
और जो तुम न चाहो वो कभी तुम्हारे पास से न गुज़रे।
उनके गम में मेरी आँखें नम हो जाती हैं,
लेकिन फिर भी होटों पे हंसी लानी पड़ती है,
मोहब्बत तो हमने बस एक से की थी,
लेकिन ये मोहब्बत जमाने से छुपानी पड़ती है।
मेरे हमदम तुम्हें बड़ी फुर्सत में बनाया है,
जुल्फें ये तुम्हारी बादल की याद दिला दें,
नज़र भर देख लो जो किसी को,
नेक दिल इंसान की भी नियत बिगड़ जाए।
जरुरत नहीं तुम मेरी चाहत हो,
मिले जो ख्वाबो में हां वही दौलत हो,
किस लिए देखती हो आईना,
तुम तो रब से भी ज्यादा खूबसूरत हो।
फासलों से इंतज़ार बढा करता है,
इंतज़ार से प्यार बढ़ा करता है,
सारी ज़िंदगी ख़ुदा से सजदा करो तब जा के,
तुम्हारे जैसा यार मिला करता है।
कभी तो आसमाँ से चांद उतरे जाम हो जाये,
तुम्हारे नाम की इक ख़ूबसूरत शाम हो जाये,
हमारा दिल सवेरे का सुनहरा जाम हो जाये,
चराग़ों की तरह आँखें जलें जब शाम हो जाये।
कश्ती है पुरानी मगर दरिया बदल गया,
मेरी तलाश का भी तो जरिया बदल गया,
न शकल बदली न ही बदला मेरा किरदार,
बस लोगों के देखने का नजरिया बदल गया!