मैंने हर एक सांस अपनी तुम्हारे नाम कर दी,
लोगो में ये ज़िन्दगी बदनाम कर दी,
अब ये आइना भी किस काम का मेरे,
मैंने तो अपनी परछाई भी तुम्हारे नाम कर दी।
यूँ तो आरजूएं दिल में ना थी हमें लेकिन,
ना जाने तुझे देखकर क्यों आशिक़ बन बैठे,
बंदगी तो रब की भी करते थे हम लेकिन,
ना जाने क्यों हम तेरे लिए काफ़िर बन बैठे।
जाती नहीं है इन आँखों से सूरत तेरी,
ना जाती है दिल से मोहब्बत तेरी,
तेरे जाने के बाद हुआ है महसूस हमें,
और भी ज्यादा है हमें ज़रूरत तेरी।
तेरा एहसान हम कभी चुका नहीं सकते,
तू अगर माँगे जान तो इंकार कर नहीं सकते,
माना कि ज़िंदगी लेती है इम्तिहान बहुत,
तू अगर हो हमारे साथ तो हम कभी हार नहीं सकते।
नहीं रही नींद की आरज़ू अब मुझे,
अब रातों को जागना अच्छा लगता है,
मुझे नहीं मालूम वो मेरी किस्मत में है या नहीं,
मगर उसे रब से माँगना अच्छा लगता है।
तेरा इंतेज़ार मुझे हर पल रहता है,
हर लम्हा मुझे तेरा एहसास रहता है,
तुझ बिन धड़कने रुक सी जाती है,
की तू मेरे दिल मे मेरी धड़कन बनके रहता है.
कैसे कहें कुछ भी कहा नहीं जाता,
दर्द मिलता है पर सहा नहीं जाता,
हो गया है इश्क आपसे बे-इन्तिहाँ,
कि अब तो बिन देखे आपको जिया नहीं जाता।
कहीं अँधेरा तो कहीं ज़िन्दगी की शाम होगी,
मेरी हर ख़ुशी तेरे नाम होगी,
कुछ मांगकर तो देख हमसे ऐ सनम,
सारी जिंदगी तेरे नाम होगी।
चैन खो जाने का इज़हार ज़रूरी तो नहीं,
यह तमाशा सरे आम जरुरी तो नहीं,
मुझे था प्यार तेरी रूह से और अब भी है,
तेरे जिस्म से हो कोई सरोकार ज़रूरी तो नहीं।
जरा उतर के देख मेरे दिल की गहराइयों में,
कि तुझे भी मेरे जज़्बात का पता चले,
दिल करता है चाँद को खड़ा कर दूं तेरे आगे,
जरा उसे भी तो अपनी औकात का पता चले।
कभी तेरी बातें भूल जाऊं, कभी तेरे लफ्ज़ भूल जाऊं,
इस कदर मोहब्बत है तुझसे के अपनी ज़ात भूल जाऊं,
तेरे पास से उठ के जब मैं चल दूँ ऐ मेरे हमदम,
जाते जाते खुद को तेरे पास भूल जाऊं।
आपको देख कर यह निगाह रुक जाएगी,
ख़ामोशी अब हर बात कह जाएगी,
पढ़ लो अब इन आँखों में अपनी मोहब्बत,
कसम से सारी कायनात इसे सुनने को थम जाएगी।
क्या आप नहीं जानते हो सनम,
दिल का दर्द दबता नहीं है दबाने से,
आपको मोहब्बत का इज़हार करना ही पड़ेगा,
क्योंकि मोहब्बत छुपती नहीं छुपाने से।
तुझे पलकों पर बिठाने को जी चाहता है,
तेरी बाहों से लिपटने को जी चाहता है,
खूबसूरती की इंतेहा है तू...!
तुझे ज़िन्दगी में बसाने को जी चाहता है।
उसने मोहब्बत, मोहब्बत से ज्यादा की थी,
हम ने मोहब्बत उससे भी ज्यादा की थी,
अब वो किसे कहेंगे मोहब्बत की इन्तेहाँ,
हमने शुरुआत ही #इन्तेहाँ से ज्यादा की थी।
हम दुनिया से नही डरते हमे तन्हाईयां डरा देती हैं,
हम मोहब्बत से नही डरते हमे रुसबाइयाँ डरा देती हैं,
आपसे मिलने के अरमान इस दिल मे बस्ते हैं,
लेकिन आपसे मिलने से नही डरते हमे तो वो जुदाई डरा देती है।
बिन बोले जो तुम कहते हो,
बिन बोले ही वो सुन लूँ मैं,
भरके तुमको इन आँखों में,
कुछ ख्वाब नए से बुन लूँ मैं।
एक अरसा बीत गया, खुलकर मुस्कुराए हुए.
एक अरसा बीत गया, गीत कोई गाए हुए.
मेरी नज़रों को तेरा इन्तज़ार आज भी है.
एक अरसा बीत गया, कोई रिश्ता नया बनाए हुए.
तुझे दिल में बसाने को जी चहता है,
तेरी बाहों में सिमटने को जी चाहता है,
खूबसूरती की मूरत है तू,
तुझे ज़िन्दगी में लाने को जी चाहता है।
दुआओ में खुदा से आपकी खुशियाँ मांगते हैं,
हम तो दुआ में सिर्फ आपकी हँसी मांगते हैं,
हम मांगे भी तो आपसे क्या मांगे,
फिर सोचा आपसे आपका प्यार मांगते हैं।