जागना भी कबूल हैं तेरी यादों में रात भर,
तेरे एहसासों में जो सुकून है वो नींद में कहाँ !!
ये एक तरफा प्यार भी बहुत अज़ीब होता है,
हमेशा डर लगा रहता है की कोई उन्हें हम से चुरा न ले।
इतना दर्द तो मौत भी नही देती, जितनी दर्द तेरी ख़ामोशी दे रही है।
ऐसा कोई पल नहीं जब तुम्हारी याद आती नहीं है,
गलती है बस इतनी हमारी कि हम बताते नहीं है,
साथ है तुम्हारा मेरे लिए बहुत ही कीमती,
पता है तुम्हे इसलिए हम जताते नहीं है.
बहुत चाहा उसको जिसे हम पा न सके,
ख्यालों में किसी और को हम ला न सके,
उसको देखकर आँसू तो पोंछ लिए,
लेकिन किसी और को देखकर हम मुस्कुरा न सके।
मैं ख़ामोशी हूँ तेरे मन की,
तू अनकहा अलफ़ाज़ मेरा,
मैं एक उलझा लम्हा हूँ,
तू रूठा हुआ हालात मेरा।
मुसफ़िराना सी है ज़िन्दगी,
कुछ मंज़िले अधूरी सी है,
कुछ ख़्वाब मुकम्मल हुए हैं,
बस कुछ थोड़े और बाकी है।
किसी दिन ज़िंदगानी में करिश्मा क्यूं नहीं होता,
मैं हर दिन जाग तो जाता हूं ज़िन्दा क्यूं नहीं होता।
जिंदगी की हकीकत को बस हमने इतना ही जाना है,
दर्द में अकेले हैं और खुशियों में सारा जमाना है।
दर्द दो तरह के होते हैं;
एक दर्द आपको दर्द देता हैं;
और दूसरा दर्द,
आपको बदल देता हैं।
हर एक पल उदासी छाई है,
खुशी में मेरी एक कमी छाई है,
इज्जत के लिए हमने प्यार की परवाह नहीं की,
अब इज्जत मिली भी तो प्यार में कमी अाई है।
नींद रातों की उड़ चुकी है मेरी,
सो जाऊ तो तेरा सपना आता है,
तुझे पाना चाहता हूं लेकिन डर लगता है,
धोखा खा ना लेना फिर से ये दिल कहता है।
उस दिल से प्यार करो जो दर्द ना दे,
लेकिन उस दिल को दर्द ना दो जो तुमसे प्यार करे,
क्योंकि तुम दुनियां के लिए एक हो,
पर किसी एक के लिए तुम पूरी दुनियां हो।
किन अल्फ़ाज़ों में लिखुँ मैं तेरे इंतज़ार को,
कि मेरा ये बेजुबां प्यार तुझे चुपके से ढूंढता है..!
था यक़ीन मुझे,
कि तुम याद बहुत आओगे,
लेकिन ये नहीं मालूम था,
कि इतना सताओगे..!
तुम्हारे रोज-रोज के वादों पर,
यूँही मर जाऊँगा मैं,
अगर तुम ऐसे ही गुजरे,
तो गुजर जाऊँगा मैं..!
छोड़ना तो चाहती हूँ
लेकिन उसे छोड़ नहीं पाती हूँ,
वो इंसान मेरी
बिगड़ी हुई आदत की तरह है..!
मोहब्बत करने वाले ना जीते है ना ही मरते है,
फूलों की चाह मैं वो काँटों पर से गुजरते है..!
पर्दा गिरते ही खत्म हो जाते हैं तमाशे सारे,
खूब रोते हैं फिर औरों को हँसाने वाले।
नज़रों से भले ही दूर लेकिन कभी दिल दूर नही होने देंगे,
ये दिल आपको कभी याद न करे इसे कभी इतना मजबूर होने नही देंगे।
क्यों मेरी किस्मत मुझसे खफा है,
मैं जिसको भी अपना समझता हूँ वो बेवफा है,
क्यों न करूं शिक़वा मैं इस रात से,
मैं जो भी ख्वाब देखूँ तो हो जाती है सुबह।