पल-पल सुनहरे फूल खिलें, कभी न
हो कांटो से सामना, जिंदगी आपकी
खुशियों से भरी रहे, यही है संक्रांति पर
हमारी शुभकामना। हैप्पी मकर संक्रांति।।
त्योहार नहीं होता अपना या पराया,
त्योहार है वही जिसे सबने मिलकर
मनाया, तो मिला तो गुड़ और
तिल और पतंग संग उड़ जाने
दो दिल। हैप्पी मकर संक्रांति।।
सूरज की राशी बदलेगी,
कुछ का नसीब बदलेगा,
यह साल का पहला पर्व होगा,
जब हम सब मिल कर खुशियाँ मनाएंगे
हैप्पी मकर संक्रांति.
ख़ुशी का है यह मौसम,
गुड और टिल का है यह मौसम,
पतंग उड़ाने का है यह मौसम,
शांति और समृद्धि का है यह मौसम;
2019 मकर संक्रांति की शुभकामनायें..!
ऊँची पतंग से मेरी ऊँची उड़ान होंगी।
इस जहाँ में मेरे लिए मंजिले तमाम होंगी।
जब भी आसमान की और देखोगे तुम दोस्तों।
तुम्हारे ही हाथों मेरी डोर के साथ जान होंगी।
तिल्ली भी पीली और गुड़ में मिठास होंगी।
मकर सक्रांति पर्व पर मेरी तरफ से बधाइयाँ बार बार होंगी।
तन में मस्ती, मान में उमंग,
चलो आकाश में डाले रंग,
हो जाये सब संग संग,
उडाए पतंग..!
हैप्पी मकर संक्रान्ति.
कोदिल को धड़कन से पहले,
दोस्त को दोस्त से पहले,
प्यार को मोहबत से पहले,
ख़ुशी को गम से पहले और,
आपको सबसे पहले.
मकर संक्रान्ति की बधाई...!
उगता हुआ सूरज दुआ दे आपको,
खिलता हुआ फूल खुशबु दे आपको,
हम तो कुछ देने के काबिल नहीं है.
देने वाला हज़ार खुशियाँ दे आपको,
Happy Makar Sankranti.
ठण्ड की इस सुबह पड़ेगा हमें नहाना,
क्योंकि संक्रांति का पर्व कर देगा मौसम सुहाना,
दिन भर पतंग हमें है उड़ाना,
कहीं गुड कहीं तिल के लड्डू मिल कर है खाना.
मकर संक्रांति की मुबारकां..!
तन में मस्ती,
मन में उमंग,
हो जाये सब एक-संग,
और उड़ाये पतंग !
हैप्पी मकर संक्रांति !
आप को मकर संक्रान्ति पर्व की हार्दिक मंगलकामनाऐं ।
सूर्य देव के उत्तरायण होने पर भारतवर्ष के उजाले में वृद्धि
के प्रतीक पर्व "मकर संक्रान्ति"
पर आप सब के जीवन भी प्रकाशमान हों, ऐसी शुभेच्छा के साथ...
मिठी बोली,
मिठी जुबान,
इस त्योंहार का यही है पैगाम…
Take Sweet,
Talk Sweet
& Be Sweet…
Happy Makar Sankranti
मुंगफली की खुश्बु और गुड़ की मिठास,
दिलों में खुशी और अपनो का प्यार,
मुबारक हो आपको
मकर संक्रांति का त्योंहार
हाथ मे चरखी आसमान मे पतंग लहराती हो
मूँह मे तिल:चिक्की और लड्डू की मिठास हो
*जूबाँ पर "वो काटा...वो मारा" का नारा हो*
यही दूऑ है हमारी सबके लिये आझ:कल तो बस
सूबह से शाम तलक सिर्फ पतंगबाझी का ही नझारा हो
बंदे हें हम गुजराती
हम पर किसका ज़ोर
उतरायण में उड़े
पतंग चारों ओंर
लंच में खायें ऊँधिया
और जलेबी गोल-गोल
अपना मांजा 〰
खुद बनवाने
आज चले हम टेरेस की ओर.!!
Happy Uttarayan
कागज अपनी किस्मत से उड़ती है,
और
पतंग अपनी काबिलियत से…
इसलिए
किसमत साथ दे या ना दे…
पर काबिलियत हमेशा साथ देती…
काबिल बनो… कामयाबी झक मारके पीछे दौड़ेगी…
मिठे मिठे गुड़ में मिल गया TiL,
उड़ी पतंग और खिल गया DiL…
चलो उड़ाये पतंग सबलोग Mil…
Happy Uttarayan.
Meethe Gurh Mein Mil GayeTill,
Udi Patangg or Khil Gaye Dill,
Har Pal Sukh.. Har Din Shanti,
Aap Sab Ke Liye Laye Makar Sankranti.
खुले आसमा में जमी से बात न करो..
ज़ी लो ज़िंदगी ख़ुशी का आस न करो..
हर त्यौहार में कम से कम हमे न भूलो करो..!
फ़ोन से न सही मैसेज से ही संक्राति विश किया करो !!
મગફળીની ખુશ્બુ, ગોળની મીઠાશ,
મકાઈની રોટલી, સરસવનો સાગ,
દિલની ખુશી મિત્રોનો પ્યાર,
મુબારક તમને મકરસંક્રાંતિનો તહેવાર..!