थाम के रखयेगा दिल अपना, ऐ_सनम..!
आज तो हम आँखो मे काजल लगा के निकले हैं घर से..!!
सिखाई हुई बात याद नही रहती
जज़्बातों में बार बार ठोकर ख़ाता रहता हूँ
पुराने वादे आसानी से भुलाए नही जाते
तभी तो दर्द में मुस्कुराता रहता हूँ.
कुछ अलग करना है तो जरा भीड़ से हटकर चलो.
भीड़ साहस तो देती है,
लेकिन पहचान छीन लेती है ।
एक बात जान लो मेरे बारे में,
कि मै कभी झुकने वाला नहीं हूं,
तेरे जैसी कई आयी और गई,
एक तेरी वजह से मै रुकने वाला नहीं हूं।
जान कर मुझे मुझसे दोस्ती करना,
धोखा देने वाले मुझे अच्छे नहीं लगते,
मै अपने दुश्मनों को कभी कमजोर नहीं समझता,
और तेरे जैसे खिलाड़ी भी मुझे कच्चे नहीं लगते।
माना कि मेरे नसीब में कोई सनम नहीं,
फिर भी मुझे कोई शिकवा कोई गम नहीं,
तनहा थे और तनहा जिए जा रहे है,
बदनसीब तो वो है जिनके नसीब में हम नहीं।
ज़िन्दगी को अपने हिसाब से जीता हूं,
लोगो को अपने अंदाज़ से मिलता हूं,
मैं अपनी ज़िन्दगी का खुद ही बादशाह हूं,
फूलो की तरह रोज कलियो के साथ खिलता हूं।
मेरी किस्मत को परखने की कोशिश ना करना,
पहले भी कई तूफानों को मोड़ चुका हूं,
राजा हूं मै बदमाशों की दुनिया का,
अब तक बहुत लोगो का घमंड तोड़ चुका हूं।
भीड़ का हिस्सा नहीं बनना है मुझे,
भीड़ जिसके लिए खड़ी है वो बनना चाहता हूं,
सभी को पीछे छोड़ना चाहता हूं मै,
और सफलता की सीढ़ियां चढ़ ना चाहता हूं।
बादशाह हूं मै अपनी दुनिया का,
मै सब पर राज करना जानता हूं,
चाहे लाख दुश्मन हो मेरी राह में,
सबसे जीत कर आगे बढ़ना जानता हूं।
जरूरत नहीं थी तुझे अपना रंग दिखाने की,
मै पहले से तेरे इरादे जानता था,
फिर भी तुझे एक मौका दिया जो गलती थी मेरी,
सोचा तू सुधर जाएगा मै ये मानता था।
जानने की मुझे कोशिश ना कर,
सोचने बैठेगा तो खुद को ही भूल जाएगा,
फिर कहता फिरेगा कोन हूं मै,
गिरते पड़ते दर दर की ठोकरें खाएगा।
कमजोरो से क्या लड़ता है तू,
हिम्मत है तो मेरा सामना कर,
भरोसा था तुझ पर लेकिन तूने गद्दारी की,
मुझसे अब तू जिंदा बच जाए बस इतनी कामना कर।
आंखे मिलाने की हिम्मत नहीं है तुम्हारी,
और बदला लेने की बात करती हो,
धोखेबाज हो तुम मेरे लिए और हमेशा रहोगी,
मेरी नजर में बस तुम अब इतनी ही औकात रखती हो।
तसल्ली से पढ़े होते तो समझ में आते हम,
ज़रूर कुछ पन्ने बिना पढ़े ही पलट दिए होंगे।
एक इसी उसूल पर गुजारी है जिंदगी मैंने,
जिसको अपना माना उसे कभी परखा नहीं।
बदल जाओ वक्त के साथ,
या फिर वक्त बदलना सीखो.
मजबूरियों को मत कोसो,
हर हाल में चलना सीखो.
राज तो हमारा हर जगह पे है।
पसंद करने वालों के “दिल” में और
नापसंद करने वालों के “दिमाग” में।
कहते है हर बात जुबां से हम इशारा नहीं करते,
आसमां पर चलने वाले जमीं से गुज़ारा नहीं करते,
हर हालात बदलने की हिम्मत है हम में,
वक़्त का हर फैसला हम गँवारा नहीं करते।
बेखुदी की जिंदगी हम जिया नहीं करते,
जाम छीन कर किसी का पिया नहीं करते,
प्यार करना है तो खुद आ के कर वरना,
पीछा हम किसी का किया नहीं करते।
मुसीबत के साये में मैं हँसता-हँसाता हूँ,
ग़मों से उलझ कर भी मैं मुस्कराता हूँ,
हाथों में मुकद्दर की लकीरें है नहीं लेकिन,
मैं तो अपना मुकद्दर खुद बनाता हूँ।