हक़ से दे तो तेरी “नफरत” भी सर आँखों पर ,
खैरात में तो तेरी “मोहब्बत” भी मंजूर नही.
लोगो से कह दो हमारी तकदीर से जलना छोड़ दे।
हम घर से दवा नही ‘माँ की दुआ’ लेकर निकलते है।
कमाल तेरे नखरे, कमाल का तेरा स्टाइल है;
बात करने की तमीज नहीं, और हाथ में मोबाइल है!
जो लोग नफरत करते हैं, वो लोग अच्छे लगते हैं मुझे,
क्योंकि अगर सब मोहब्बत करेंगे, तो कहीं नज़र न लग जाये मुझे।
अब हम तो नए नफरत करने वाले तलाशा करते हैं,
क्योंकि पुराने वाले तो अब हमसे मोहब्बत किया करते हैं।
हम वो नही जो किसी के गम में मर जाये,
हम तो वो समुंदर हैं जो कहीं भी बिखर जाएं,
तू तरसता रहना चाहत की बूंद बूंद को,
हम वो बादल हैं जो प्यार बन कर बरस जाएं।
हम तो हर जगह पर राज कर करते हैं,
जो पसन्द करते हैं उनके दिल पर राज करते हैं,
जो पसन्द नही करते हैं उनके दिमाग पर राज करते हैं।
दिल में मोहब्बत का होना ज़रूरी है,
वरना याद तो रोज दुश्मन भी किया करते हैं।
थोड़ा सा खुद के लिए चुप चुपके जी लिया करो..
क्योंकि ये वो जमाना है इसमें कोई आपको ये नहीं
कहेगा कि आप थक गए हो आराम कर लो..!
कौन कहता है की हम उनके बिना मर जायँगे,
हम तो दरिया हैं जो समंदर में उतर जायेंगे,
वो तरसते रह जायेंगे प्यार की एक बूँद के लिये,
और हम बादल बन कर किसी और पर बरस जायेंगे।
हमारी सर झुकाने की आदत नही है,
हमारी आंसू बहाने की आदत नही है,
हम जो खो गये पछताओगे बहुत,
क्योंकि हमारी लौट आने की आदत नही है।
अब अपनी शख्सियत की भला मैं क्या मिसाल दूँ यारों,
ना जाने कितने लोग मशहूर हो गये, मुझे बदनाम करते करते.
जो ताला चाबी को एक ओर घुमाने से बंद होता है,
वही दूसरी ओर घुमाने से खुल भी जाता है ! हम अपने विचार ,
वाणी और व्यवहार को इस तरह घुमाएँ कि रिश्तों के बंद पडे़ ताले फिर से खुल जाए।
बोलना और प्रतिक्रिया करना जरूरी है,
लेकिन संयम और सभ्यता का दामन नहीं छूटना चाहिये.
शरीर सुंदर हो या ना हो,
पर शब्दों को जरूर सुंदर रखिये.
क्योंकि लोग चेहरे भूल जाते हैं,
पर शब्दों को नहीं भूलते..!
नहीं जानता के मँज़िल तक पहुँचेंगे भी ये रास्ते या नहीं,
फिर भी इन रास्तों में अब मैं उम्मीद की एक मशाल ढूँढता हूँ |
जो दिल का सच्चा होता है वो झगड़ा चाहे
जितना करे लेकिन कभी छोड़ के नहीं जाएगा।
मेरे मिज़ाज को समझने के लिए,
बस इतना ही काफी है,
मैं उसका हरगिज़ नहीं होता!
जो हर एक का हो जाये।
ना जाने वो कौन इतना हसीन होगा,
आपके हाथ में जिसका नसीब होगा,
कोई आपको चाहे ये कोई बडी बात नहीं,
जिसको आप चाहो वो खुश नसीब होगा ।
यदि कोई मनुष्य आपके प्रति ईर्ष्या रखता है,
घृणा करता है तो कूटो साले को, इंतजार किस
बात का है ज्ञान समाप्त..!